Vaidik Gyan...
Total:$776.99
Checkout

असली मुस्लिम ओवैसी या उसका विरोधी मुस्लिम ?

Share post:

इस नोट बदली ने हमें एक अबसर दिया है कौनसा नेता, और कौनसी राजनीति पार्टी देश हित में राजनीती करती हैं और कौन सी पार्टी व नेतायों में दिशहित बिलकुल नही ?
आज प्रधानमंत्री जी के इस नोट बदली ने सम्पूर्ण देश के लोगों को जगा दिया और एक अबसर यह भी मिला, की हमारे देश में जितने भी राजनितिक दल है उन में देशहित की भावना किन किन पार्टियों में है और कौन कौन पार्टी मात्र अपने स्वार्थ के लिए अपना घर सादा, और काला से भर कर इस कदम से परेशान हो उठे ?
 
एक महिना पहले हमारे देश के नेता इस फैसले का इतना विरोध किया, की मानों वही एक राजनेता हैं जो सम्पूर्ण भारत वर्ष के ठेकेदार बने हैं,भारत सुधार ने का | और अपने प्रान्त छोड़कर राजधानी दिल्ली में जा कर लोगों का समर्थन मांगने लगे | उसमें भी भारत वासियों ने देखा मात्र हल्ला करना ही मकसद रहा उननेताओं का | जनता ने साथ नही दिया बिलकुल समर्थन ना के बराबर ही था |
 
दिल्ली के मुख्य मंत्री ने समर्थन दे कर भी अपना कदम पीछे किया | up मुख्यमंत्री होअथवा बिहार के मुख्यमंत्री ने भी साथ नही दिया | बौखला कर बंगाल के आन्दोलन करने वाली मुख्यमंत्री ने बिहार के मुख्यमंत्री को गद्दार भी कह दिया |
 
प्रथम प्रथम विरोध करने वाले,अथवा विरोध करने वाली, अहिस्ता अहिस्ता ढीला पड़ते नज़र आने लगीं उछल कूद उन्ही लोगों को लोकसभी और विधानसभा भेजने वालों ने ही उन्ही लोगों का विरोध किया | और नोटबदली का समर्थन अथवा प्रधानमंत्री का समर्थन जनता ने किया | यह देख कर भी ढीला पड़ना इन लोगों की मज़बूरी रही |
 
अब इस्लाम के नाम से राजनीती करने वाले असाद्दद्दीन ओवैसी ने भारत विरोधी और मानवता विरोधी इलजाम माननीय प्रधानमंत्री जी पर लगाते हुए कहा, की मुसलमानों के साथ भेदभाव किया जा रहा है | मुस्लिम बस्ती में ATM नहीं है, और अगर है भी उसमें नोट नही है, जब की पुरे भारत में यही दशा है |
 
इन इस्लाम के मानने वाले को झूठ बोलने में शर्म नही आई दाढ़ी टोपी लगाकर अल्लाह का बंदा कहला कर मुसलमानों के नाम राजनीति करने वाले हलाल हराम को भी ताक पर रखदिया | और झूठ बोलना इसलाम में उस समय तक जायज नही जब तक मौत की अन्देशा ना हो | अर्थात झूठ इस्लाम में उस समय बोला जा सकता है मौत से बचने के लिए,उससे पहले तक झूठ हराम है |
 
सिर्फ अपनी राजनीति चमकाने के लिए इस्लाम का मूल मान्यता को त्याग दिया और झूठ दुनिया वालों के सामने बोल कर इस्लाम पर ही दोष लगा दिया | कल TV में कुछ इस्लाम वालों को भी इसका विरोध करना पड़ गया | दुनिया के लोग विचार करें की असली इस्लाम वाले कौन हैं ओवैसी,अथवा ओवैसी का विरोध करने वाले ?
 
यही लोग हैं जो मानव समाज को मानव का शत्रु बनाने में कोइ कसर नही छोड़ते और मानव समाज में खाई पैदा करने में लगे हैं | ATM लगाते समय कौनसी बस्ती मुसलमानों की है, और कौनसी बस्ती हिन्दुओं की है यह देखा जाता है क्या ?
 
यह लोग किस प्रकार की राजनीति क्र रहे हैं सिर्फ प्रधान मंत्री जी को बदनाम करने के लिए देख लें | कुछ बैंककर्मी भी इस काम में जुटे हैं जनता को रुपया देने से पहले उन काला धन को सुफेद बना रहे हैं ? किन्तु अब भारत वासियों को बात समझ में आ ही गई की काला धन क्या है, और काला धन किसे काहा जाता है ?
 
कुछ लोग इसमें भी विरोध जता रहे हैं, की बाहर से काला धन लेकर क्यों नही आते यहाँ जो धन है उसे तो कभी भी निकाला जा सकता है | यह लोग कितने मुर्ख है यह नही समझ रहे हैं की धन जो काला है वह तो काला ही है चाहे अन्दर हो या बाहर ? पहले यह तो पता लगे की अपने लोगों के पास कितना है,और किनके किनके पास है ? जब घरका पता हो जायगा तो बाहर का पता करने में आसानी होगी यही समझ में नही आ रही है लोगों की ?
 
जब की स्वच्छ अभियान में प्रधानमंत्री जी ने अपने हाथ में झाड़ू लेकर दिखा दिया और बतला भी दिया था | की भारत वासियों सावधान हो जाव मैंने जब अपने हाथ में झाड़ू उठा ही लिया है तो जरुर साफ करके ही रहूँगा | अब वह सफाई कालाधन के नाम से हो और कूड़ा के नाम से ही क्यों ना हो ? काला धन भी तो कूड़ा ही है जिसे तुम लोग अपने सीने से लगाये बैठे हो ? मैं वही तो साफ करने का प्रतिज्ञा किया हूँ | अब डरेंगे भी तो वही जिन्हों ने यह गलत काम किया है वरना यह सत्य कार्य को करने में वाधक किस लिए बन रहे हो ? भाई यही तो पाप है और पाप में भय, और भय में मृत्यू |
 
महेन्द्रपाल आर्य =वैदिक प्रवक्ता =दिल्ली =13/12/16 =

Top