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आर्य लोगों को एक जानकारी

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धर्म प्रेमी सज्जनों व आर्य बन्दुयों को जानकारी |
आप लोगों को पता है की पिछले फरवरी महीने के 12 तारीख को मेरे पेज में अरशद नामी एक मुस्लिम ने पहले मुझे गाली दिया और डिबेट के लिए ललकारते हुए चुनौती दी थी |
 
मैंने उसकी दी हुई चुनौती को स्वीकार किया और मार्च 10 -11 = का समय दिया है ग्रेटर नॉएडा सूरज पुर आर्य समाज में डिबेट का स्थान बताया है इस डिबेट से पहले मार्च के प्रथम में दिल्ली के 30 हजारी कोर्ट में K 154 में मैं अपने वकील साहब के चेम्बर में बैठ कर स्टाम्प पेपर में कुछ शर्तों पर लिखा पढ़ी दोनों की सहमती से बनाने की बातें भी उनको बता दिया था |
जिसमें यह उल्लेख्य करना था मैं हार गया तो, मैं इस्लाम स्वीकार कर लूँगा | या कोई ईसाई मुझे हरा देता है तो मैं ईसाई बन जाऊंगा | यह ईसाई और मुस्लमान दोनों के लिए मेरी चुनौती है लिखा है | और अगर यह लोग मुझसे हार जाते हैं तो उन्हें सत्य सनातन वैदिक धर्मी बनना होगा |
यह शर्तें स्टाम्प पेपर में लिखा पढ़ी करके ही डिबेट होना है लिखा है |
 
मुझे खेद है की आज मार्च महीने का 5 तारीख हो गया न तो अरशद मियाँ की कोई खबर, और न नकली शेरसिंह जाट का कोई समाचार | इस दशा में मेरे साथ परेशानी खड़ी हो गई की कोई सुचना उन लोगों के तरफ से मुझे नहीं मिली | मैंने क्या लिखा था वह आप लोगों के सामने प्रस्तुत करता हूँ देखें |
12 February 2018 09:26
||आर्य जनों को एक विशेष जानकारी ||
कल रात आप सभी भाइयों ने देखा है यही अरशद खामानी ने मुझे गाली दिया था, मैंने रात्रि 11 बजकर 14 मिनट पर इसकी चुनौती स्वीकार किया था जो इसने डिबेट के लिए कहा था | अभी मैं पेज खोला तो उसने डिबेट की बात स्वीकार की और लिखा स्थान भी तुम्हारा, और समय भी तुम्हारा |मुझे भी स्वीकार है |
यह किस जगह रहते हैं मुझे पता नहीं है पर मैं इन्हें अपना स्थान बता देता हूँ | आर्य समाज सूरज पुर ग्रेटर नॉएडा में यह शास्त्रार्थ हो मार्च महीने के, { शनिबार = रविबार 10 व 11 का समय देता हूँ } | समय सुबह के 10 बजे से प्रारम्भ होगी |
विषय भी मैं बता देता हूँ जिस पर हमें शास्त्रार्थ करनी है |
 
1 = ईश्वर और अल्लाह एक है अथवा , अलग है |
 
2 ईश्वरीय ज्ञान मानव मात्र का वेद है, अथवा कुरान |
 
3 मानव मात्र का धर्म एक है अथवा अलग अलग ?
 
यह तीन विषय पर चर्चा होनी है | यही सिद्ध जो करदे सबको स्वीकार करना होगा | अर्थात कुरान ईश्वरीय ज्ञान सिद्ध होने पर सब को मानना होगा |
 
अथवा यह सिद्ध नहीं हो पाया, और वेद ही ईश्वरीय ज्ञान सिद्ध हो गया तो यही सब को मानना होगा |
 
ईश्वर और अल्लाह में भेद है इसमें भी जो सिद्ध होगा वह सब को मानना पड़ेगा |
 
ठीक इसी प्रकार धर्म मानव मात्र का एक ही होता है या अलग , अलग, अगर मानव मात्र का धर्म एक ही है तो वह कौन सा है ?सत्य सनातन वैदिक धर्म है अथवा इसलाम ?
 
जो सिद्ध हो जाय वही सब को स्वीकार कर लेना होगा | यह सभी बातें सरकारी स्टाम्प पेपर में वकील के द्वारा लिखा पढ़ी होगी |
 
एक निष्पक्ष निर्णायक मण्डल भी निर्धारित किया जायगा आदि | दूसरी बात यह होगी की जिस पुस्तक की मान्यता हमारी नहीं है यानि किसी भी पौराणिक ग्रन्थ की मान्यता नहीं मानेंगे | सिर्फ वैदिक मान्यता पर और कुरान व हदीसों पर चर्चा होगी |
 
और जिस किताब की मान्यता इन अरशाद को नहीं होगी उसका हवाला भी मेरी तरफ से नहीं होगी | इस में एक बात तो ज़रूर देखना है की यह किस मान्यता के हैं ? कारण देवबन्दी वालों की मान्यता अलग है, और बरेलवी वालों की मान्यता अलग है |
 
मैंने इसी लिए सिर्फ कुरान और हदीसों की चर्चा करूँगा लिखा है | अरशद ने लिखा Arshad Khamani मैं स्वस्थ डिबेट के लिए तैयार हूँ Mahendra Pal Arya अगर तुम। मुझे हराते हो तो मैं सनातन धर्म स्वीकारने को तैयार हूँ। क्या तुम तैयार हो?
 
इसने मुझसे पूछा क्या तुम तैयार हो ? अरे मैं तो आज 35 वर्षों से तैयार हूँ | कुछ ना कहता हुवा मैंने यह चुनौती स्वीकार कर आप लोगों तह अपनी बातों को पहुंचा रहा हूँ, और उस अरशद को भी भेज रहा हूँ | सबको धन्यवाद के साथ =पण्डित महेन्द्रपाल आर्य =वैदिक प्रवक्ता = लिखा गया =12 =2 =18 =सुबह 9 बजकर 20 मिनट
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