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इस्लामिक मान्यता ही आतंकवाद के हिमायती

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||इस्लाम ही आतंकियों के हिमायती||

सम्पूर्ण विश्व वासियों को मैं आज 35 वर्षों से कह रहा हूँ, इस्लाम ही आतंकवाद का समर्थक है |    अब तक जितना हमला अत्याचार भारत वर्ष में और विभिन्न देशों में हुवा या हो रहा है, जिसमें दो पन्थी ही सामने दिखाई देता है | एक है इस्लाम पंथी, और दूसरा है चीन पन्थी |

आज 30 /5/17 है सुबह 7 बजे  एक tv चेनल में देखा और सुना, कई दिन पहले जो आतंकी सब्जार जो हमारे सनिकों के हाथों मारा गया, वहां तीन आतंकवादी था, जिसमें से एक मलवा में छुपाथा,आदिल उसका नाम बताया | सैनिक हमारे जब वहाँ से चले गये, तो वहां के{स्थानीय निवासी}ने मिल कर उस आतंकवादी आदिल को निकाला नारा लगाया उसके नाम, और वहां से उसे निकलवा दिया | दुनिया वालों यह है इस्लामी शिक्षा, इस्लामी तायलीम, जिन लोगों के नस नस में मजहबे इस्लाम ने जिनके दिल और दिमाग में भरा है |

आश्चर्य की बात यह है की हमारे सैनिकों ने अपना प्राणों की बाजी लगाकर उन लोगों की हिफाज़त के लिए रात दिन लगे हैं, की कोई भी आतंकवादी उन्हें नुकसान न पहुंचा सके, और वही हमारे सेना के साथ ही नहीं किन्तु हमारे राष्ट्र के साथ विश्वास घात करने में गर्व महसूस कर रहे हैं |

इधर चेनल वाले दोष दे रहे हैं सैनिकों को, की वह पूरा निरक्षण किये बिना वहाँ से चले आये क्यों ? दुर्भाग्य पूर्ण बात यह है की चेनल वाले यह बताने को तैयार नहीं की वहां के रहने वाले मुस्लमान कितने बड़े राष्ट्र घाती है ? चेनल वाले दोष उन सैनिकों पर लगा रहे हैं जो हमारे सैनिक आये दिन उन निवासियों के रक्षा करने के लिए आतंकवादियों के हाथों अपना प्राण गवां रहे हैं |

मिडिया वाले भी सत्य को उजागर करने के बजाय असत्य का प्रचार करने में जुटे हैं, जिन राष्ट्रद्रोहियों के असली चेहरे को सामने लाना था, उसे छुपाकर सैनिकों को कोस रहे हैं | इधर          कश्मीरी आतंकवादियों के हाथ से बचने के बजाय उन्हें शरण दे रहा हैं,इसका मूल कारण ही इस्लाम है|

जो आतंकवादी है वह इस्लाम का मानने वाला है, और जो कश्मीरी है वह लोग भी इस्लाम के मानने वाले है | क्या कोई भी मुस्लमान इसे इंकार कर सकता है ? यही सत्यता है इस्लाम का, आज भारत वासियों को ही नही सम्पूर्ण मानव समाज को जानना और पहचानना होगा इस्लाम को | इस्लामिक विचारधरा को इस्लाम क्या चाहता है इस्लाम की मान्यता क्या है, इसे विस्तार से जानने की जरूरत है फिर उसे रोकने के लिए हमें एकजुटता दिखानी होगी  अथवा एक जुट होना पड़ेगा | जिसे आज माननीय प्रधान मन्त्री नरेन्द्रमोदी जी ने स्पेन जा कर वहां के राजनेताओं से कह रहे हैं और चर्चा कर रहे हैं |=   महेन्द्रपाल आर्य =वैदिक प्रवक्ता =दिल्ली =30 /5 /17 =

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