Vaidik Gyan...
Total:$776.99
Checkout

बन्दुक बम की लड़ाई छोड़ अब इल्म {विद्या}की लड़ाई के लिए सामने आव खुली चुनौती है

Share post:

अकबर अली अंसारी

अकबर अली अंसारी दुनिया का हर धर्म मानवता सिखाता है।

लेकिन आपने जिस धर्म को अपनाया है उसे आप भी …बाकी के लोगो की तरह…. ढाल बनाकर उसका इस्तेमाल प्राणी मात्र ही नहीं अपितु…. सम्पूर्ण सृष्टी के विनाश… के लिए प्रयोग कर रहे है।

ईश्वर , अल्लाह, गॉड , सब ऊपर वाले (परमात्मा)की ही प्रतिकृति उसमे भेद करना और उसको सिद्ध करने के लिए …कथित आसमानी… किताबो का हवाला प्रस्तुत करना , ईश्वर और सृष्टि के विरूद्ध है।

एक बार पुनः विचार करे, ….पंडित जी सम्पूर्ण मानव जाति के लिए सोचे …तथा इस धरती पर .प्राणी मात्र का जीवन जीते जी और मृत्यु के बाद भी …जहाँ वो जाएंगे उस जगह पर भी ईश्वरीय इच्छा के अनुरूप ही उनके साथ …बहुत अच्छा हो ..ऐसे ज्ञान का प्रसार अपने जीते जी ज़रूर करे।

साथ ही …दीन ए इलाही …की तरह ….आप भी कोई एक ऐसा ही… इंसानियत का मज़हब ….ज़रूर बनाये ….जिसमे दुनिया के ….हर मज़हब और…. ईश्वर की… सच्ची वाणी मौज़ूद हो। …इसके लिए …ज़रूरी नहीं ..की ईश्वरीय ज्ञान को सिद्ध करने के…लिए ….कोई मज़हबी..किताबी हवाले का सहारा हो… लेकिन जो भी सत्य ईश्वर का इस पृथ्वी पर मौज़ूद हो लिखित या अलिखित रूप में है वो सम्पूर्ण प्राणियों और मानव जाति के समक्ष …आपके माध्यम.. से प्रस्तुत हो ।

आपको भी 35 वर्ष ये सब करते करते हो चुके लेकिन जो क्रांति मानव जगत में ईश्वरीय सत्य के ज्ञान को लेकर होना थी वह अब तक न हो पाई..! कारण शायद आप ही मुझ से बेहतर जानते है।

मेरा ज्ञान आपके मुकाबले और तुलना में बहुत अल्प होने के कारण यह एक छोटी और कीमती सलाह है।

जिससे लोगो का जीवन बदल सकता है।

आप में भी दयानंद से भी अच्छा बनने की अटूट क्षमता है। क्योकि दयानंद जी के बाद अब तक इस धरती पर और कोइ दूसरा आपके जैसा व्यक्ति नहीं जन्मा है, इसलिए एक बार आप ज़रूर उस पर भी विचार करो।

अगर आप ऐसा करते है। तो सम्पूर्ण मानव जाति आपकी ऋणी रहेगी।

धन्यवाद्

LikeShow More Reactions

· Reply · Message ·

2

· 19 hrs · Edited

Manage

Mahendra Pal Arya
Mahendra Pal Arya अरे भाई मियां जी धर्म मनुष्य मात्र का एक ही होता है अलग अलग नहीं यही तो हवाला दिया हूँ | पर इस्लाम इस से सहमत कहाँ है और आप लोग धर्म को जाना भी कब है | नमाज़ पढ़ने, रोज़ा रखने, कलमा पढ़ने, हज व जकात देना ही धर्म है और जो इसे ना करे उसे कत्ल करो यही तो कुरान का कहना है जिसे आप धर्म मानते हो ? मैं दे रहा हूँ प्रमाण देखो अपना कुरान को क्या कहा अल्लाहने > يَا أَيُّهَا النَّبِيُّ حَرِّضِ الْمُؤْمِنِينَ عَلَى الْقِتَالِ ۚ إِن يَكُن مِّنكُمْ عِشْرُونَ صَابِرُونَ يَغْلِبُوا مِائَتَيْنِ ۚ وَإِن يَكُن مِّنكُم مِّائَةٌ يَغْلِبُوا أَلْفًا مِّنَ الَّذِينَ كَفَرُوا بِأَنَّهُمْ قَوْمٌ لَّا يَفْقَهُونَ [٨:٦٥]
ऐ रसूल तुम मोमिनीन को जिहाद के वास्ते आमादा करो (वह घबराए नहीं ख़ुदा उनसे वायदा करता है कि) अगर तुम लोगों में के साबित क़दम रहने वाले बीस भी होगें तो वह दो सौ (काफिरों) पर ग़ालिब आ जायेगे और अगर तुम लोगों में से साबित कदम रहने वालों सौ होगें तो हज़ार (काफिरों) पर ग़ालिब आ जाएँगें इस सबब से कि ये लोग ना समझ हैं | और देखो >
LikeShow More Reactions

· Reply ·

11

· Commented on by Mahender Pal Arya · 20 hrs

Manage

Naved Saiphee Naved
Naved Saiphee Naved पंडित जी मेरा बी आपसे एक सवाल है क्या इस्लाम ने आपका ओर आपके परिबार के साथ ईसा क्या कर दिया तुम तो इस्लाम को छोड़ते नई हो जेन धर्म नई है क्या दुनिया के जो तुम लोगो ने हज़ार धर्म बनाये पहले उनको सनातनी बनाओ ,,, इसमे पूरी जान बी लगा दोगे तो बी इस्लाम बढ़ता ही रहेगा
LikeShow More Reactions

· Reply · Message · 20 hrs

Manage

Mahendra Pal Arya
Mahendra Pal Arya मियां नवेद ना मेरे साथ और ना मेरे परिवार के साथ इसलाम की कोई दुश्मनी है | इस्लाम तो मानवता की बात करता ही नहीं है सिर्फ और सिर्फ मुस्लेमीन मुस्लेमात, मुमेनिन मुमेनात से बाहर अल्लाह को पता ही नहीं की दुनिया कितनी बड़ी है और लोग दुनिया में रहते हैं अथवा नहीं ? मेरा विरोध इसलाम से नहीं है मेरा विरोध असत्य और अधरम से है जिस के लिए आज 35 वर्षों से मैं काम कर रहा हूँ | नावेद मियाँ आप ने कहाँ देखा की मैं इस्लाम का विरोधी हूँ ? दरअसल आप इसलाम वालों को सत्य का पता ही नहीं है और ना सत्य को पसन्द करते हैं अपितु सत्य रास नहीं आया इस्लाम को | मैं आप से पूछना चाहता हूँ जब पुरुष पुरुषों से यौन कृया करे उसे बंद करने के लिए अल्लाह को फरिश्ता भेजना पड़ेगा क्या ? देखें हजरत लुत की कहानी को | कुरान के अनेक जगहों पर पा जायेंगे | किसी कुंवारी महिला में फूंक मार कर अल्लाह उन कुंवारी से बच्चा पैदा करे यह विज्ञानं विरुद्ध नहीं है क्या ? यह सृष्टि नियम विरुद्ध नहीं है क्या ? अपनी पत्नी को तीन तलाक देने पर उसे अपने पास रखने के लिए किसी दुसरे मर्द से मुबशिरत करवा कर फिर अपने शादी में लाना यही तो इसलाम है क्या आप मना कर सकते हैं इस काम को ? हायर इसलाम और इसलाम का अल्लाह, और पैगम्बर, और अल्लाह की कलाम | यह तो है आप लोगों के के पास मैं इसी चीज का विरोधी हूँ इस्लाम का नहीं समझ गये नवेद मियाँ | जवाब है तो सामने आकर भी बात कर सकते हैं | महेंद्रपाल आर्य =जवाब के इंतज़ार में =14 /7 /17 =

Top