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माओवादी हो आतंकवादीयों से शक्ति से ही पार पाया जा सकता है |

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Mahender Pal Arya‏ @MahenderPalArya 10m10 minutes ago
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राष्ट्र हितमें राष्ट्र विरोधियों के साथ शक्ति का प्रयोग सरकार की प्राथमिकता होनी चाहिए, माओवादी हो अथवा आतंकवादी बराबर है |
 
यह दोनों ही विचार धारा एक ही किस्म का है, एक अरब और अरबी के लिए काम करता है, और दूसरा चीन और चाइना के लिए काम करता है,जो दोनों ही भारत विरोधी है |
और इन दोनों विचार वाले एक दुसरे के साथ मेल रखते हैं, मैंने इसका प्रमाण अनेक बार दिया है youtube में भी लगा है मेरे वीडियो वहाँ भी आप लोग सुन सकते हैं |
 
कैसा मेल हैं इन दोनों में एक बार गौर से देखें तो पता लगेगा > यही वह चीन पन्थी है जो नेताजी सुभाषचंद्र बोस को जापानी कुत्ता मात्र कहा ही नहीं था बल्कि कुत्ता जैसा कार्टून बना कर दुनिया के लोगों को दिखाया भी था |
 
भारत विभाजन में इन्ही लोगों का नारा था > पाकिस्तान बनना होगा फिर भारत स्वाधीन होगा |
 
अरब पंथी वालों में मौलाना शौकत अली ने कहा था > एक भटका से भटका हुवा मुसलमान गाँधी से कई हज़ार गुणा अच्छा है, क्यों की वह मुसलमान है =और गाँधी काफ़िर है |
 
इस पर भी भारतीयों ने विचार नहीं किया देश दो नामों से बटगया =हिन्दू + मुस्लमान | जब दोनों विचार धाराएँ अलग है जिस कारण भारत का विभाजन हुवा जिस भारत में इसलाम वाले कब्ज़ा जमाये थे | उन्हें आधा भारत दिया गया यह काफ़िर कहलाने वाले गाँधी ने 55 करोड़ो रुपया भी उन्हें दिलवा दिया |
 
इसके बाद भी आज वही सिरदर्द आये दिन भारतीय सनिकों पर हमला किस लिए हो रहा है ? अरे जनाब यही तो इस्लामी विचारधरा है,यही तो अरबी विचारधारा है | जो कुरान में अरबी जुबान में मौजूद है और यही अरबी वालों केअल्लाह का फरमान है | देखें कुरान में क्या फ़रमाया अल्लाह ने | तौबा =5
فَإِذَا انسَلَخَ الْأَشْهُرُ الْحُرُمُ فَاقْتُلُوا الْمُشْرِكِينَ حَيْثُ وَجَدتُّمُوهُمْ وَخُذُوهُمْ وَاحْصُرُوهُمْ وَاقْعُدُوا لَهُمْ كُلَّ مَرْصَدٍ ۚ فَإِن تَابُوا وَأَقَامُوا الصَّلَاةَ وَآتَوُا الزَّكَاةَ فَخَلُّوا سَبِيلَهُمْ ۚ إِنَّ اللَّهَ غَفُورٌ رَّحِيمٌ [٩:٥]
फिर जब हुरमत के चार महीने गुज़र जाएँ तो मुशरिकों को जहाँ पाओ (बे ताम्मुल) कत्ल करो और उनको गिरफ्तार कर लो और उनको कैद करो और हर घात की जगह में उनकी ताक में बैठो फिर अगर वह लोग (अब भी शिर्क से) बाज़ आऎं और नमाज़ पढ़ने लगें और ज़कात दे तो उनकी राह छोड़ दो (उनसे ताअरूज़ न करो) बेशक ख़ुदा बड़ा बख़्शने वाला मेहरबान है |
قَاتِلُوهُمْ يُعَذِّبْهُمُ اللَّهُ بِأَيْدِيكُمْ وَيُخْزِهِمْ وَيَنصُرْكُمْ عَلَيْهِمْ وَيَشْفِ صُدُورَ قَوْمٍ مُّؤْمِنِينَ [٩:١٤]
इनसे (बेख़ौफ (ख़तर) लड़ो ख़ुदा तुम्हारे हाथों उनकी सज़ा करेगा और उन्हें रूसवा करेगा और तुम्हें उन पर फतेह अता करेगा और ईमानदार लोगों के कलेजे ठन्डे करेगा | तौबा =14
يَا أَيُّهَا النَّبِيُّ حَرِّضِ الْمُؤْمِنِينَ عَلَى الْقِتَالِ ۚ إِن يَكُن مِّنكُمْ عِشْرُونَ صَابِرُونَ يَغْلِبُوا مِائَتَيْنِ ۚ وَإِن يَكُن مِّنكُم مِّائَةٌ يَغْلِبُوا أَلْفًا مِّنَ الَّذِينَ كَفَرُوا بِأَنَّهُمْ قَوْمٌ لَّا يَفْقَهُونَ [٨:٦٥]
ऐ रसूल तुम मोमिनीन को जिहाद के वास्ते आमादा करो (वह घबराए नहीं ख़ुदा उनसे वायदा करता है कि) अगर तुम लोगों में के साबित क़दम रहने वाले बीस भी होगें तो वह दो सौ (काफिरों) पर ग़ालिब आ जायेगे और अगर तुम लोगों में से साबित कदम रहने वालों सौ होगें तो हज़ार (काफिरों) पर ग़ालिब आ जाएँगें इस सबब से कि ये लोग ना समझ हैं | अनफल =65 अनेक है मैंने 3 प्रमाण दिया है यहाँ |
 
दुनिया में मानव कहलाने वालों जरा गौर से पढना इन कुरानी आयातों को अल्लाह ने साफ कहा > मोमिनों इनसे बे खौफ लड़ो >इनसे (बेख़ौफ (ख़तर) लड़ो ख़ुदा तुम्हारे हाथों उनकी सज़ा करेगा और उन्हें रूसवा करेगा और तुम्हें उन पर फतेह अता करेगा और ईमानदार लोगों के कलेजे ठन्डे करेगा |
 
यहाँ अल्लाह का फरमान है मुसलमानों के हाथों काफिरों को सजा दिलवाना है अब इन पाकिस्तानी इस्लाम पंथियों से आप कैसे लड़ पाएंगे ?
 
अल्लाह ने मुसलमानों को आप जैसे काफिरों से बे खौफ लड़ने का हुक्म दिया है उन्हें, वह डरे भी किस लिए आप जैसे भारत वासियों से ? और अगर वह लड़ते हुए मर भी गये तो अल्लाह उन्हें जन्नत में पहले से व्यबस्था बनाये हुए हैं उन्हें तो अल्लाह का ही फौज कहा गया है |
 
भारत का भगोड़ा पाकिस्तानी पूर्व राष्ट्र अध्यक्ष मुशर्रफ ने यही तो कहा की मैं हाफिज सईद को आतंकवादी नही मानता हूँ | वह मुजाहेदीन है दीन के लिए लड़ रहा है इसलाम के लिए लड़ रहा है आदि |
 
यही है अरब पंथी विचारधारा > अब इस पर विजय पाने के लिए अपना भारतीय विचारधारा को लागु किये बिना इनसे छुटकारा पाया जाना सम्भव नही है | वह विचार है =परित्रयासाधू नाम ,विनाशय च दुष्कृताम | साधू महात्मा का जय और दुष्कृतकारियों का नाश |
इन दुष्टों से शक्ति प्रयोग के बिना देश को बचाया जाना सम्भव नही होगा | समय को देखते और समझते हुए इस देश के मूल निवासियों को एक जुटता दिखानी चाहिए तभी इस राष्ट्र को समृद्धिशाली बनाया जा सकता है |
महेन्द्रपाल आर्य= वैदिकप्रवक्ता =दिल्ली =28 /4 /17 =

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