Vaidik Gyan...
Total:$776.99
Checkout

लोग देख कर भी मानने को तैयार नहीं , ना जीने क्यों ?

Share post:

|| देख कर भी लोग मानने को तैयार नहीं ||
प्रायःमानव समाज को यह मालूम हुवा, की पिछले मुम्बई के धमाका कांडके पांच दोषियों को 24 वर्षों के बाद सजा सुनाई गई | दो को फाँसी, दो को आजीवन कारावास, और एक को 10 साल का कारावास, यह हैं 5 दोषियों के दण्ड | मुख्य आरोपी अभी भी फरार हैं उन्हें अगले जन्म में सजा दिलाये जायेंगे |
पिछले दिनों जब याकूब मेमन को फाँसी की सजा सुनाई गई रात्रि 2 बजे न्यायालय चलाया गया था, जो भारत का एक इतिहास बना, यह पहली बार ही ऐसा हुवा, कारण क्या था ईश्वर जाने | याकूब मेमन के फाँसी के विरोध में बहुत से कानून विदों ने भी विरोध किया था, इस बार सब ने मौन साध लिया |
सब से आश्चर्य की बात यह है की आज तक किसी मुस्लिम नेता प्रणेता, से लेकर कोई भी इसलामिक संगठन और इस्लाम जगत के किसी भी आलिम ने यह नहीं कहा की मुम्बई में जो काम इन इसलाम के मानने वालों ने किया वह घिनौनी कार्य है,अथवा इसलाम विरोधी है| आज तक किसी भी इस्लाम के मानने वालों ने किसी भी आतंकवादियों का विरोध नहीं किया इसका मूल कारण है इस्लाम के दृष्टि में यह सब आतंकवादी नहीं है,वह मुजाहेदीन हैं |
इसलाम वाले जो गैर इस्लामियों से लड़े वह इस्लाम के नज़र में मुजाहेदीन {दीन के लिए जिहाद करने वाले } दीन के खातिर जो लड़े वह सब इस्लाम में मुजाहेदीन कहलाते हैं |
दूरदर्शन में देखने को मिलता है कई बार कई मौलाना कहते हैं मैं भारत के लिए अपना प्राण देने को तैयार हूँ | यह शब्द कल मैंने सुना मौलाना अनसार रिजा से, शियाओं ने राममन्दिर बनाने के पक्ष में बोला, जिसका विरोध इसी मौलाना ने किया, फिर कहा मैं भारत के लिए अपना प्राण भी देने को तौयार हूँ | यह मौलाना हवाला देते हैं की इस्लाम में किसी इन्सान को मारने का हुक्म नहीं है और कुरान का हवाला देते है जैसा |
مِنْ أَجْلِ ذَٰلِكَ كَتَبْنَا عَلَىٰ بَنِي إِسْرَائِيلَ أَنَّهُ مَن قَتَلَ نَفْسًا بِغَيْرِ نَفْسٍ أَوْ فَسَادٍ فِي الْأَرْضِ فَكَأَنَّمَا قَتَلَ النَّاسَ جَمِيعًا وَمَنْ أَحْيَاهَا فَكَأَنَّمَا أَحْيَا النَّاسَ جَمِيعًا ۚ وَلَقَدْ جَاءَتْهُمْ رُسُلُنَا بِالْبَيِّنَاتِ ثُمَّ إِنَّ كَثِيرًا مِّنْهُم بَعْدَ ذَٰلِكَ فِي الْأَرْضِ لَمُسْرِفُونَ [٥:٣٢]
इसी सबब से तो हमने बनी इसराईल पर वाजिब कर दिया था कि जो शख्स किसी को न जान के बदले में और न मुल्क में फ़साद फैलाने की सज़ा में (बल्कि नाहक़) क़त्ल कर डालेगा तो गोया उसने सब लोगों को क़त्ल कर डाला और जिसने एक आदमी को जिला दिया तो गोया उसने सब लोगों को जिला लिया और उन (बनी इसराईल) के पास तो हमारे पैग़म्बर (कैसे कैसे) रौशन मौजिज़े लेकर आ चुके हैं (मगर) फिर उसके बाद भी यक़ीनन उसमें से बहुतेरे ज़मीन पर ज्यादतियॉ करते रहे |

यह कहते हैं की किसी ने एक का कत्ल किया तो मानों उसने सब लोगों का क़त्ल किया | ले किन वह मौलाना लोग यह भूल जाते हैं, की अल्लाह ने यह बात एक बार कही तो क़त्ल करनेकेलिएअनेक बार मुसलमानों को हुक्म दिया गैर मुस्लिमों को क़त्ल करो | देखें कुरान
يَا أَيُّهَا النَّبِيُّ حَرِّضِ الْمُؤْمِنِينَ عَلَى الْقِتَالِ ۚ إِن يَكُن مِّنكُمْ عِشْرُونَ صَابِرُونَ يَغْلِبُوا مِائَتَيْنِ ۚ وَإِن يَكُن مِّنكُم مِّائَةٌ يَغْلِبُوا أَلْفًا مِّنَ الَّذِينَ كَفَرُوا بِأَنَّهُمْ قَوْمٌ لَّا يَفْقَهُونَ [٨:٦٥]
ऐ रसूल तुम मोमिनीन को जिहाद के वास्ते आमादा करो (वह घबराए नहीं ख़ुदा उनसे वायदा करता है कि) अगर तुम लोगों में के साबित क़दम रहने वाले बीस भी होगें तो वह दो सौ (काफिरों) पर ग़ालिब आ जायेगे और अगर तुम लोगों में से साबित कदम रहने वालों सौ होगें तो हज़ार (काफिरों) पर ग़ालिब आ जाएँगें इस सबब से कि ये लोग ना समझ हैं | सूरा अनफाल =आयत =65

यही हुक्म कुरान में अनेक बार अल्लाह ने मुसलमानों को दिया है, मैंने एक ही प्रमाण दिया है यहाँ इसपर मैंने बहुत लिखा है वीडियो भी youtube में लगा है, वहां देखा और सुना जा सकता है | सभी इस्लामी आतंकवादी इन्ही कुरानी अल्लाह का हुक्म पालने के लिए सम्पूर्ण धरती पर गैर मुस्लिमों को मार रहे हैं कत्ल कर रहे हैं | अब तक जो जो कांड भारत में ही नहीं पूरी दुनिया में इन इस्लाम के मानने वालों द्वरा जहाँ कहीं जो कुछ हुवा और हो रहा है यही वह इस्लामी शिक्षा है जिस पर यह इसलाम के मानने वाले अमल कर रहे हैं |

वरना उन मुम्बई वालों ने क्या बिगाड़ा था इन इसलाम के मानने वालों का, जो धमाके से ना जानें कितनों की जानें लीं, कितनों को अपाहिज किया कितने दिनों तक चिकित्सा करवाते रहे आदि | उन लोगों ने क्या बिगाड़ा था इन सभी आतंकवादियों का ? अब तक जितने भी आतंकवादी पकड़े गये कोई भी मुस्लमान इन्हें आतंकवादी नहीं कहा, पाकिस्तानी मुशर्रफ जिसे पाकिस्तानी कोर्ट ने भगोड़ा घोषित किया है उन्हों ने भी हाफिज सईद को मुजाहेदीन कहा |

यह सभी सत्यता को देख कर सुनकर भी लोग इस पर विचार नहीं कर रहे हैं और ना किसी को देश की चिंता है इसमें घी डालने का काम तो हमारे देश के राजनेतागण ही कर रहे हैं | यह रंगूनसे आये मुसलमानों को शरणार्थी कह कर भारत में रहने की बात कर रहे हैं, तो यह मुसलमान भले ही सब को असहाय लगरहे हों | जब यह भारत में रहने लगेंगे तो जिस प्रकार म्यामार में इन्हों ने बौधिष्टों को कत्ल किया गिन गिन कर 800 बौद्ध प्रतिमायों को तोडा मिसाइल से उड़ाया था | भारत में भी यही करेंगे विश्वास ना हो तो मैं आँखों देखा हाल दिल्ली के जाहांगीर पूरा का बता रहा हूँ जहाँ बंगला देशी मुसलमानों को बसाया वहां के पुलिस चौकी को ही आग के हवाले कर दिया था इन मुसलमानों ने |

यह सभी चीजें देख कर भी लोग मानने को तैयार नहीं, तो यह देशका मुहाफ़िज़{हिफाजत करने वाला} कौन होगा ? हमारे प्रधानमन्त्री इसलामी टोपी पहनने को साफ मना कर दिया था,आज वही.प्रधानमंत्री बहादुरशाह जाफर के मजार में गुलाब जल छिडक कर हमारे देशवासियों को क्या सन्देश देना चाहते हैं ईश्वर जाने ? माननीय प्रधानमंत्री जी आप गुलाब जल छिडकें अथवा गुलाब के फुल चढ़ाए मरे हुए आदमी से कुछ भी मिलना सम्भव नहीं, यह लोग जीतेजी हिन्दुओं का कत्लेआम किया और मर कर भी हमारी जमीन कब्जा कर गये | अब देखने और सुनने की बात नाही, कुछ करने की बारी है देश वासी अगर एक जुट हों तो किया जाना सम्भव होगा वरना देश के शत्रु मुह वाये खड़े है समय के ताक में हैं उन्हें अव सर मिलते ही वह अपना काम कर जायेंगे | आज सोने की नहीं जागने की बारी है देश के लोग अगर जाग जाते हैं, सत्य और असत्य को समझकर सत्य का धारण, और असत्य का परित्याग करते हैं तो इस देश की सुरक्षा हो सकती है |
धन्यवाद के साथ =महेन्द्रपाल आर्य =8/ 9/ 17 =

Top