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वेदों का डंका आलम में, यह कहना नहीं , अब करने का है |

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वेदोंका डंका आलम में, यह कहना नही अब करने का काम है |
सुरेश जी नमस्ते मै घर पर नहीं था, अभी आकर देखा आपका प्यार भरा संदेश.मुझे बहुत ठीक लगा, की कोई तो है अपना सुझाव देने वाला | मै अब तक हजारों नौजवान तैयार कर चूका हूँ जो मेरे. न रहने पर वैदिक सिद्धान्त का प्रचार होता रहेगा | इस्लाम वालों को चुटकी बजाते बजाते उड़ाने वाले भारत के हर प्रान्तों में मैंने तैयार कर दिया है | जिन लोगों ने अबतक कई मुफ़्ती.और मौलानाओं के जुबान बन्द कर दी है | अरब देशों में भी अनेक इस प्रकार का काम कर रहे हैं, जो मूल भारतीय हैं, दुबई –कुव्येत –क़तर – ओमान –सौदिया अराबिया आदि देशों में लोगों ने न मालूम कितने ही हिन्दूयों को मुसलमान, बनने से बचाया है |
यह काम किसी आर्य समाजी का करना संभव नहीं था. और ना तो आर्य समाज के किसी भी विद्वानों ने यह काम किया है | डॉ० जाकिर नाईक वेद मन्त्र का गलत अर्थ कर रहा है, जैसा =वेद मन्त्र मुरुगायमद्य = का अर्थ बतारहा है मुर्गा जबह करके खाना चाहिए | इसका विरोध किसी भी आर्य विद्वानों ने नहीं किया, और ना किसी आर्य समाज के कार्यकर्ता ने विरोध किया | अरब के कतर में दोहा जैसे शहर में आर्य समाज की स्थापना मेरे द्वारा हो चूका है |
पाकिस्तान के जाहिद हामिद को जवाब किसी आर्य समाजी से देना या दिलवाना दिवास्वप्न ही होगा | मौलाना ज़र्जिश को जवाब मैंने दी है | डॉ जाकिर नाईक को किसी आर्य समाजी ने जवाब नहीं दिया और न इनकी बस की बात थी, उनके गुर्रों को किसीने जवाब दिया भी है ? सम्पूर्ण इस्लाम को एक प्रकार से मैंने ही बांध रखा है | इस्लाम के नाईक के द्वारा वेद में मुहम्मद का नाम है कहना अथवा वेद मे मिलावट है, आदि कहने पर मै ही सबकी बोलती बन्द कराई है | इस काम को कोई मात्री हो, या निर्मात्री, अथवा पित्री, हो या फिर पित्री के पुत्र, किसी ने भी की हो तो बताना | youtube में सारे CD –DVD –लगे हैं |
इन्ही आर्य निर्माण करने वालों को, खुदको हरिज़न प्रमाणित करते देखा आर्य समास से लेकर कोर्ट तक चिल्लाता रहा मै हरिजन हूँ | यह घटना आर्य समाज पहाड़ गंज की है, निर्मात्री सभा के सदस्य ने यह प्रमाण दिया कोर्ट में की मैं हरिजन हूँ, किसी आर्य समाजी को फंसाने के लिए यह कुकृत निर्मात्री सभा की है | फिर आर्य निर्माण क्या किया, खाक ? आप ने इनकी कौन सा काम को सही देखा मै नहीं जाना ?
जो मेरे किये कामों को भी उनके साथ तुलना करना चाहा ? मेरा काम सिर्फ वैदिक मान्यता की रक्षा है, जो लोग वेद को वैदिक मान्यता को नहीं जानते उन गैर मान्यता वालों को वैदिक धर्मी बनाना मेरा काम है | इन लोगों का काम अगर यही होता तो समाज में झगड़ा किसलिए करते ? मै तो न मालूम कितने हजारों मुसलमानों को वैदिक धर्मी बनाया, मेरे साथ तो किसी संस्था वालों की आज तक झगड़ा नहीं हुवा, इनके साथ झगड़ा किसलिए ? अथवा यह झगड़ा किसलिए कर रहे ? काम करने में कोई रोका क्या ?
आप काम करते चलो लोग आपके पीछे होते जायेंगे | मै जब चला था तो बिलकुल अकेला था. आज मेरी काफ्ला बनती गयी, आप जैसों ने मेरे काम से ही मुझे जाना | विश्व भर में आज मुझे लोग जानते हैं, सुदर्शन न्यूज़ चेनल में बोलने पर मेरे मित्र और शत्रु दोनों में बृद्धि हुई | मेरे ऊपर कई बार हमला हुवा, 2010 से मैं निरन्तर झेल रहा हूँ, कई घटना अख़बार में भी निकल चुकी है, समय समय पर आप लोगों को जानकारी देता आया हूँ | फोनपर धमकियाँ मिलती रहती है गाली गलोज करना ही इस्लाम वालों का मुख्य काम है, विडिओ बनाकर भी डाला है | मुझे ख़ुशी इस बात की है की कुछ भी करे यह लोग मेरे सामने बैठ कर डिबेट करने की हिम्मत नही है इस्लाम वालों का | जो आया वह मुँह के वल गिरता देखा है दुनिया के लोगों ने |
इस प्रकार डेट वाइज सभी कागज DD न० के साथ जिसे थाने में जमा कराया हूँ सब नथीकर आर्य प्रतिनिधि सभा दिल्ली = हरियाणा की सभा में =निर्मात्री सभा से ले कर हर हिन्दू संगठन को और गृहमंत्री जी को सारा कागज बाय पोस्ट भेजा है, और मिलकर भी आये | यही सारा कागज डॉ० सत्यपाल सिंह जी पूर्व कमिश्नर= बागपत जिला के संसद जी को भी पकडाया हूँ | मैं इन्ही के ग्राम बरवाला जिसे लोग नसोली बरवाला कहते हैं इनका घर नसोली ही है, और मैं बरवाला बड़ी मस्जिद में इमाम था | मैंने उन्हें अपना समझ कर ही सारा, कागज पकडाया,पर उन्हों ने भी अनसुनी करदी है | जबकि इनके चुनाव प्रचार में भी मेरी भागीदारी रही | 29 सितम्बर 2012, को अपने थाने में दरखास्त दी, उसी, कागज को निर्मात्री सभा –दिल्ली सभा –हरयाणा सभा –दिल्ली विहिप – को भी पकडाया तोगड़िया जी से भी मिले किसी ने मेरी बात नहीं सुनी, मै अब छुपकर, घर छोड़ बेघर होकर रह रहा हूँ | क्या बताउं आप को फिल्ड में काम मै कर रहा हूँ बोडी गार्ड लिये कोई और घूम रहा है | यही तो आर्य कहलाने वाले लोग हैं मेरी, बात पर विरोधी, मजाक बनाते हैं |
इसाई मिशनरी और इस्लाम वाले यही सब लेख पढ़ कर मुझे तरह तरह के प्रोलोभन देते रहते हैं जो मैं आप लोगों को दे रखा हूँ कोई रुपया पैसे का लोभ से लेकर, ना मालूम क्या क्या बोला रखा है जो आप लोगों को सुना चूका हूँ दिखा चूका हूँ आदि |
एक काम आप लोगों के द्वारा हो जाय तो और तहलका मच सकता है, वह काम है इस्लाम और ईसाई वालों ने जो VDO डाल रखा है उसका जवाब मेरे द्वारा वहीं पर हो | यानि वह लोग जो सुना रहे हैं उसका जवाब भी उसी जगह लगे पूरी दुनिया के लोग उसे देखे और सुनें सही कौन है और गलत कौन है ? अथवा सही क्या है और गलत क्या है वह दुनिया वालों के सामने हो फिर लोग निर्णय अपने आप ही ले सकते हैं यह बहुत बड़ा काम होगा | यह सभी साधन आप लोग जूटा सकते हैं तो व्याव्स्था हमें बताएं और देखें वेदों का डंका आलम में किस तरीके से बजती है | यह सिर्फ गाने और सुनाने की बात नही है यह करने का काम है, कौन इस काम को करने के लिए आगे आता है देखता हूँ | आर्य समाज के लोग सिर्फ गीत बजाते हैं, वेदोंका डंका आलम में बजवा दिया ऋषि दयानन्द ने | यह कहने की बात नही है अब करने का समय आगया है कोई करके दिखाए | धन्यवाद के साथ महेन्द्रपाल आर्य =वैदिकप्रवक्ता =दिल्ली = 5 / 3 / 017 =

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