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सभी मत पंथ वालों को डिबेट के लिए खुली चुनौती |

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विश्वके सभी मत पन्थ को डिबेट की खुली चुनौती ||
मुझे सत्य सनातन वैदिक धर्म का प्रचार करते 37 वर्ष हो गया,इतने वर्षों में मैंने व्यक्ति गत प्रयास से अनेक पादरियों को और अनेक मौलवियों को सत्य सनातन वैदिक धर्म में वापसी करा चूका हूँ |
 
मैं दिल्ली प्रदेश में हिन्दू जागरण मँच के माध्यम से घर वापसी का काम प्रायः 19 वर्ष तक स्वदेश पाल गुप्ता जी लाजपत नगर वाले के तत्वधान में किया हूँ |
आर्य समाज में ही सारा काम किया गया है | पहाड़ गंज आर्य समाज, ग्रेटर कैलाश आर्यसमाज – मुलंतान मोहल्ला आर्य समाज – जो आज़ाद पुर जाते में पड़ता है | आश्रम मोड़ के पास एक स्कुल में हरियाणा के 100 परिवारों की घर वापसी थी |
कई समाजों में यह सारा काम हुवा है, असल में हिन्दू जागरण मँच ढोल बजाना नहीं चाहती हमें काम से मतलब है नाम से नहीं | इसी नीति को अपना कर अब तक कार्य करते आये हैं –
 
लाजपत नगर सनातन धर्म मन्दिर में भी बहुत बार बहुत परिवारों की शुद्धि कार्य किया गया |
 
हमारा एक कार्य क्रम में छत्तीसगढ़ नरेश दिलीप सिंह जूदेव जी भी रहे जो राज्य सभा के सदस्य थे – आज हमारे बीच नहीं है |
 
यहाँ सारा काम जो भी कियागया किया जारहा है स्वामी श्रद्धानन्द जी की बनाई गई संस्था भारतीय हिन्दू शुद्धि सभा के नाम से है यह सभा अन्रेजी काल से इस काम को करती आ रही है यह अधिकृत संस्था है |
हम इस संस्था से प्रमाण पत्र भी देते हैं, यह अधिकार किसी भी हिन्दू संगठन के पास नहीं है | RSS इतनी बड़ी संस्था है या VHP के पास भी प्रमाण पत्र देने का कोई अधिकार नहीं है |
 
आज कुछ हिन्दू संगठन आर्य समाज ऋषि दयानंद को गाली दे रही है | एक विडिओ किसी लड़की का मैं देखा है,ऋषि दयानन्द को गली देते |
 
यह सारा काम आर्य समाज के जन्म काल से होता आया है तब कोई हिन्दू संगठन नहीं था | इसी आर्य समाज ने विभिन्न मत पंथ वालों से डिबेट कर उन्हें परास्त किया और सत्य सनातन वैदिक धर्मी बनाया |
 
केवल और केवल वेद के सच्चाई का प्रमाण दे कर या सत्यता को प्रमाणित करते हुए यह काम किया है,एक इतिहास है,इसका नाम शुद्धि आन्दोलन |
 
मैंने भी इन 37 वर्षों में अनेक मौलानाओं से डिबेट किया और उन्हें परास्त किया अनेकों को वैदिक धर्मी बनाया | यह काम किसी सनातनी संगठन वाले नहीं कर सकते कारण वह वेद को नहीं जानते |
 
और दुनिया में जितने भी मत मजहब वाले हैं उनके जितने भी ग्रन्थ है जिन्हें वह धर्म ग्रन्थ मानते हैं कहते हैं | उव ईश्वरीय ग्रन्थ न होने का प्रमाण केवल और केवल वेद में ही है |
 
अभी आप लोगों ने देखा और सुना भी राजस्थान आर्य प्रतिनिधि सभा और दौसा आर्य समाज वालों ने जिन जिन मत पंथ के ग्रंथों से ईश्वर तत्व को जानने और सुनने के लिए बुलाया था उन सभी को मैंने शास्त्रार्थ की खुली चुनौती दी है | यह बातें मैंने सुदर्शन न्यूज़ चेनल में बैठ कर साजिद रशिदी को भी दी थी |
 
आप लोगों ने जरुर देखा और सुना होगा youtube में भी वह विडिओ लगा है, दुनिया के जितने भी मत पन्थ के माननेवाले है उन्हें यह खुली चुनौती है की सब अपनी अपनी ग्रंथों को लेकरआयें |
 
अगर इन में से कोई भी ग्रन्थ ईश्वरीय प्रमाणित हो गया, तो उसी समय उन्हें स्वीकार ने का मैं वचन देता हूँ | और जितने भी लोग होंगे सब को मान्य होगा |
और अगर इनमें से एक भी ग्रन्थ ईश्वरीय सिद्ध नहीं कर सके उस दशा में वेद ही ईश्वरीय है इसे सिद्ध करके जनता के सामने प्रस्तुत किया जायगा |
 
इसे स्टाम्प पेपर में उल्लेख करना जरूरी होगा, यह बात सिर्फ उनके लिए ही नहीं मेरे लिए भी बात वही होगी |
 
विडिओ विडिओ खेल खेलने में लोग लगे हैं किन्तु सत्य और असत्य को प्रमाणित करने के लिए एक मात्र रास्ता है सामने बैठ कर डिबेट करना, इससे जनता के बीच पहुंचे सत्य और असत्य इसका निर्णय भी सम्भव हो |
 
कार्यक्रम का स्थल आर्य समाज सूरज पुर ग्रेटर नॉएडा, गौतम बुद्ध नगर रहेगा |
 
पिछले दिन आप लोगों ने देखा होगा यही निमंत्रण पत्र 21 /4 /2016 को हैदरावाद के सूफी अईयुब शाह को लिखा गया था, आज तक जिसका उत्तर नहीं दे पाए |
 
विडिओ विडिओ खेल रहे हैं, सच वही होता है जो सरपर चढ़ कर बोले |
डॉ0 जाकिर नाईक से लेकर उनके बनाये सभी को, अथवा कोई भी इस्लाम और ईसायत के बड़े से बड़े अलिम को यह चुनौती है |
 
आयें हम दुनिया में मानव समाज के लिए कुछ काम करें जिसमें सिर्फ और सिर्फ मानवता का उजागर हो मानव समाज से यह हिन्दू मुस्लिम का मतभेद समाप्त हो |
स्वागत है सभी महानुभावों का | इसी निमंत्रण पत्र के साथ =
महेन्द्रपाल आर्य= 13 /7 20 = निमंत्पण रत्र नीचे है

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